पं. बद्री प्रसाद दुबे "अध्यक्ष" कार्यकाल - सन् : 1943-1958 तक
परिचय
पं. बद्री प्रसाद दुबे जी एवं पं. रविशंकर शुक्ल जी दोनों ने एक साथ सागर विश्व-विद्यालय से कानून की पढ़ाई पूरी की। उसके बाद दुबे जी ने जन-सेवा व समाज सेवा का रास्ता अपनाया। सन् 1932 से सामाजिक गतिविधियों में संलग्न रहे। "राय साहब" की उपाधि से सम्मानित होने पर भी आपका जीवन सरल एवं सादगी पूर्ण रहा। सरकारी वकील होने के बाद भी आप सायकिल से कोर्ट आया-जाया करते थे। निर्धनों को निःशुल्क विधिक सहायता दिया करते थे। सन् 1900 के आस-पास शासकीय उच्चतर माध्यामिक शाला रायपुर में हिन्दी, उर्दू व पारसी भाषा का अध्यापन कार्य किया। आप के साथ सचिव रहे पं. शम्भू दयाल शुक्ल जी के साथ मिलकर आप लोगों ने जीवन पर्यन्त समाज को जोड़ने एवं सामाजिक विकास के कार्य करने का मजबूती के साथ प्रयास किया। संस्था उनके सम्मान में आशीर्वाद भवन के कक्ष क्र. - 01 का नामकरण पं. बद्री प्रसाद दुबे जी की स्मृति में किया गया है। *********