डॉ. सूर्यकान्त शुक्ल "अध्यक्ष" कार्यकाल - सन् : 1991-2005 तक
परिचय
पं. सूर्यकान्त शुक्ल जी का जन्म 15 जुलाई 1938 को बलौदाबाजार में हुआ। आपके पिता स्व. पं. रामनारायण शुक्ल थे। आपकी शिक्षा भाटापारा, रायपुर, जबलपुर एवं दिल्ली में हुयी। आपने एम.बी.बी.एस. की उपाधि मेडिकल कॉलेज जबलपुर से प्राप्त की। आप मेडिकल कॉलेज, रायपुर में वर्ष 1969 से 1974 तक कार्यरत रहे। वर्तमान में आप स्वयं के स्टेशन रोड, रायपुर स्थित क्लीनिक में प्रैक्टिस कर रहे है। आपका लोकप्रिय नाम डॉ. निराला है, आपके रिश्तेदारों, परिचितों, सामाजिक संबंधो, एवं मित्र मण्डली का दायरा बहुत बड़ा है। कान्यकुब्ज सभा-शिक्षा मण्डल में अध्यक्ष के रूप में आपका वृहद कार्यकाल लगभग 15 वर्षों का रहा। कान्यकुब्ज शिक्षा मण्डल के पुराने भवन जिसे मध्यप्रदेश शिक्षा विभाग को दिया गया था, उनसे वापस लिया गया, ताकि समाज हित में उसका उपयोग किया जा सके। आपके प्रयासों से भवन हेतु आठ कमरों का निर्माण कार्य कराया गया। भवन की नजूल जमीन की लीज का नवीनीकरण भी आपके कार्यकाल में कराया गया। जिससे भविष्य में किसी निर्माण पर दिक्कत न आये। समाज के सदस्यों को जोड़ने एवं सहयोग बढ़ाने की दिशा में सामाजिक-उत्सवों, परिवारिक मिलन का दायरा बढ़ाया गया तथा सदस्यता संख्या में वृद्धि के प्रयास किये जिसका अच्छा परिणाम मिला। कान्यकुब्ज सभा-शिक्षा मण्डल की अनुशांगिक संस्था कान्यकुब्ज महिला मण्डल की सक्रियता हेतु जागरूकता आपके कार्यकाल में की गयी। आज इसके लगभग 200 सदस्य है। सामाजिक उत्सवों में महिला सदस्यों की भागीदारी बढ़ाने के प्रयास एवं उत्सवों में भाग लेने हेतु प्रोत्साहित किया गया प्रतिवर्ष दीपावली मिलन-उत्सव में समाज के प्रतिभावन छात्रों को पुरूस्कार दिया जाना प्रारंभ किया गया तथा आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों को शिक्षा हेतु स्कालरशिप की समुचित व्यवस्था की गयी समाज में आर्थिक रूप से कमजोर तथा अशक्त महिला सदस्यों को भी आर्थिक सहायता प्रदान का कार्य प्रारंभ किया गया। विशेष रूप से सामूहिक यज्ञोपवीत कार्यक्रम आपके कार्यकाल में ही प्रारंभ किया गया, जो आज पर्यंत जारी है, जिसमें पुरुष मण्डल के साथ-साथ महिला मण्डल की भागीदारी भी सुनिश्चित की गयी। वर्तमान में आप देशबन्धु संघ द्वारा संचालित शिक्षण संस्थान देशबन्धु-स्कूल के अध्यक्ष है। इस शाला का शैक्षणिक स्तर काफी ऊँचा है। प्रतिवर्ष शाला के छात्र-छात्राओ का नाम प्रावीण्य सूची में रहता है। आपका कार्यकाल स्मरणीय रहा। *********